राजगंज,10 सितंबर (नि.सं.)। राजगंज का मनुआगंज में एक पुराने जर्जर भवन में डाकघर संचालित हो रहा है। इस डाकघर के दरवाजे- खिड़कियां टूटे हुए हैं। टिन में जंग लग गया है और टिन में छेद होने के कारण पानी टपकता है। बारिश होने पर घर के अंदर पानी जमा हो जाता है। यहां तक कि फर्श से दीमकों ने मिट्टी निकालकर ढेर लगा दी है। ऐसे जर्जर सीलन भरे भवन में डाकघर का काम चल रहा है।
बताया गया है कि डाकघर 2001 में मनुआगंज में हरिहर निराश्रय सेवाश्रम के एक छोटे से कमरे से शुरू किया गया था। आश्रम का निर्माण हरिहरानंद महाराज ने किया था। जब वे थे तक आश्रम अच्छा था। महाराज का 2015 में निधन हो गया। जिसके बाद आश्रम अभिभावकहीन हो गया। रख-रखाव के अभाव में आश्रम लगभग परित्यक्त हो गया। यही हाल डाकघर भवन का भी है।
मनुआगंज पोस्ट ऑफिस के असिस्टेंट पोस्ट मास्टर अब्दुर रहीम अली ने कहा कि डाकघर जर्जर हो गया है। बारिश होने पर पानी जमा हो जाता है। पैन कार्ड, आधार कार्ड समेत कई जरूरी दस्तावेज पोस्ट ऑफिस के जरिए लोगों तक पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि उन दस्तावेजों और पोस्ट ऑफिस के कागजात को यहां रखने में समस्या हो रही है। उन्होंने कहा कि डाकघर की मरम्मत करा दी जाए तो बेहतर होगा।