सिलीगुड़ी,14 मार्च (नि.सं.)। आमतौर पर पुलिस का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं। लेकिन पुलिस का ये रुप देख कर आपके दिमाग में पुलिस के प्रति एक नई परिभाषा गढ़ जाएगी। क्योंकि पुलिस ने एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। दरअसल हम इसलिए यह कह रहे कि मिलनपल्ली चौकी थाने की कहानी कुछ अलग है। यहां थाने में पुलिस ने बच्चों के लिए स्कूल शुरु किया है। जिसमें बच्चों को पुलिस खुद ही पढ़ाती है।
कोरोना के कारण लंबे समय से बंद रहने के बाद फिर से एक बार नए रूप में मिलनपल्ली चौकी में नर्सरी स्कूल शुरू होने जा रहा है। स्कूल का नाम नवदिशा पाठशाला है। आज स्कूल का उद्घाटन सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने किया। इस दौरान एडीसीपी ट्रैफिक पूर्णिमा शेर्पा, एसीपी राजेन छेत्री, एनजेपी थाना और मिलनपल्ली चौकी पुलिस मौजूद थे। आज विद्यािर्थयों को स्कूलड्रेस, जूते, बैग, कॉपी और कलम सौंपे गए।
आप को बता दे कि राजगंज के मिलनपल्ली पुलिस चौकी में 2013 में स्कूल की शुरुआत हुई थी। मंतादारी ग्राम पंचायत के गाजोलडोबा के पास तीस्ता तट के बच्चों के लिएयह स्कूल खोला गया था। पुलिसकर्मी उक्त स्कूल के शिक्षक हैं। छात्रों से कोई फिस नहीं लिया जाता है। इसके अलावा छात्रों को पुलिस द्वारा मुफ्त में पठन-पाठन का सामग्रियां दी जाती है।
लेकिन स्कूल लगभग ढाई साल से कोरोना और लॉकडाउन के कारण बंद था। स्कूल को फिर से नए सिरे से शुरू करने की पहल की गई। चौकी के एक कमरे को नए तरीके से सजाया गया है। आज स्कूल को नए सिरे से शुरू किया गया है।