राजगंज,3 फरवरी (नि.सं.)। राजगंज ग्रामीण अस्पताल ने ‘शून्य’ बिल पॉलिसी शुरू की है। यह परियोजना आज वेस्ट बंगाल स्टेट डॉक्टर्स काउंसिल के ज्वाइंट सेक्रेटरी सुशांत राय की उपस्थिति में शुरू की गई।
बताया गया है कि राजगंज ग्रामीण अस्पताल में ‘शून्य’ बिल पॉलिसी शुरू होने के बाद अस्पताल में भर्ती मरीज को डिस्चार्ज होने पर एक बिल दिया जायेगा। बिल में इस बात का जिक्र होगा कि उस मरीज के इलाज पर कितना पैसा खर्च हुआ है। आज इस परियोजना के शुरू होने के उपलक्ष्य में अस्पताल से डिस्चार्ज हुए मरीजों को उक्त बिल और एक पौधा सौंपा गया।
इस दौरान राजगंज के विधायक खगेश्वर राय,राजगंज पंचायत समिति की अध्यक्ष रूपाली दे सरकार, बीएमओएच राहुल राय और पानीकौरी ग्राम पंचायत प्रधान पापिया सरकार और अन्य लोग उपस्थित थे।
इस मौके पर वेस्ट बंगाल स्टेट डॉक्टर्स काउंसिल के ज्वाइंट सेक्रेटरी सुशांत राय ने कहा कि दक्षिण बंगाल के विभिन्न अस्पतालों में ‘शून्य’ बिल पॉलिसी शुरू हो चुकी है। अब से अस्पताल में भर्ती मरीज को डिस्चार्ज के समय एक बिल दिया जाएगा। उस मरीज के इलाज पर खर्च की गई राशि का उस बिल पर उल्लेख होगी। यह परियोजना यह संदेश देने के लिए है कि सरकार उनके साथ है।
शायद यह पहली बार है कि उत्तर बंगाल में ‘शून्य’ बिल पॉलिसी शुरू की गई है। इससे पहले भी राजगंज ग्रामीण अस्पताल ने विभिन्न पुरस्कार प्राप्त करके अन्य अस्पतालों का राह दिखाई है। उनका मानना है कि यह ‘शून्य’ बिल पॉलिसी अन्य अस्पतालों को राह दिखाएगी।