राजगंज,9 फरवरी (नि.सं.)। राजगंज के फाटापुकुर में करोड़ों रुपये के लागत से बना मार्केट कॉम्प्लेक्स अब असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बन गया है। मार्केट कॉम्प्लेक्स के अंदर जगह-जगह शराब की बोतलें और कई तरह की चीजें बिखरी पड़ी हैं। रात होते ही यहां असामाजिक लोगों का आना-जाना शुरू हो जाता है। करोड़ों रुपये की लागत से बने इस मार्केट कॉम्प्लेक्स को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
बताया गया है कि वामकाल में राजगंज के फाटापुकुर के बगल में मार्केट कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया गया था।यह मार्केट कॉम्प्लेक्स करोड़ों रुपये की लागत से बनाया गया था।इसके बाद भी कॉम्प्लेक्स के मकानों का वितरण स्थानीय व्यवसायियों के बीच नहीं किया गया।
फाटापुकुर के व्यवसायियों ने बताया कि यह मार्केट कॉम्प्लेक्स काफी रूपए खर्च कर बहुत पहले बनाया गया था। एक समय में पंचायत समिति द्वारा सूचित किया गया था कि मार्केट कॉम्प्लेक्स के मकान वितरित किए जाएंगे। कई व्यवसायियों ने भी मकान के लिए आवेदन किया था। लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद उस मार्केट कॉम्प्लेक्स के मकानों को किसी भी व्यवसायी को नहीं दिया गया। स्थानीय व्यवसायियों ने सवाल उठाया कि मार्केट कॉम्प्लेक्स के मकानों का वितरण क्यों नहीं किया गया।
इस संदर्भ में पानीकौरी ग्राम पंचायत की प्रधान पापिया सरकार ने कहा कि उनके ग्राम पंचायत प्रधान बनने के बाद यहां दुआरे सरकार शिविर का आयोजन किया गया था। तभी उन्होंनें मार्केट कॉम्प्लेक्स को देखा। इस मामले पर ग्राम पंचायत की बैठक में चर्चा हुई है। वे जल्द ही पंचायत समिति व बीडीओ से चर्चा कर मार्केट कॉम्प्लेक्स की मरममत कर व्यवसायियों के बीच वितरण करने का अनुरोध करेंगी।
इस संबंध में राजगंज पंचायत समिति की अध्यक्ष रूपाली दे सरकार ने कहा कि यह मार्केट कॉम्प्लेक्स वाम काल में बनाया गया था। अब मार्केट कॉम्प्लेक्स जर्जर स्थिति में है। धनराशि आने पर मकानों की मरम्मत कराकर वितरण कराया जाएगा।