सिलीगुड़ी, 27 जनवरी (नि.सं.)।सिलीगुड़ी के नागेंद्रनाथ राय ने राजवंशी भाषा में रामायण अनुवाद किया है। इस लिए उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा जा रहा है। जिससे शहर में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। नागेंद्रनाथ राय पाथरघाटा भुबनजोत प्राथमिक स्कूल के सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। वह सिलीगुड़ी के शिव मंदिर चैतन्यपुर इलाके के निवासी हैं।
रामायण का राजवंशी भाषा में अनुवाद करने के लिए उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। लेकिन सात खंडों में रामायण अभी तक प्रकाशित नहीं हुई है।उन्होंने पहली बैसाख पर राजवंशी भाषा में रामायण प्रकाशित करने की योजना बनाई थी। उससे पहले ही उन्हें पद्मश्री पुरस्कार मिल रहा है। इसके अलावा उन्हें 2011 में शिक्षारत्न पुरस्कार भी मिल चुका है।
माटीगाड़ा नक्सलबाड़ी के विधायक ने शनिवार की शाम नागेंद्रनाथ राय को फोन किया। विधायक ने कहा कि उन्हें पद्मश्री पुरस्कार मिलने वाला है। यह सुनकर नागेंद्रनाथ राय चौंक गये। इसके बाद विधायक नागेंद्रनाथ राय के घर आए और उन्हें बधाई दी। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से भी फोन कर उन्हें बधाई दी। जैसे ही नागेंद्रनाथ राय को पद्मश्री पुरस्कार मिलने की खबर सामने आई। विभिन्न क्षेत्रों के लोग उनके घर जाकर उन्हें बधाई दे रहे है।