सिलीगुड़ी, 3 नवंबर (नि.सं.)। रात के अंधेरे में बदमाशों द्वारा सिलीगुड़ी के सेवक मोड़ पर सड़क किनारे दो विशालकाय पेड़ों को काटने का मामला सामने आया है। घटना के बाद स्थानीय व्यवसायियों ने क्षोभ प्रकट किया है। इधर, इस मामले में हिलकार्ट रोड व्यवसायी समिति ने थाने और वन विभाग में एक लिखित शिकायत दर्ज करायी है। वहीं, पर्यावरणविदों ने घटना पर रोष जताया है। कई वर्षों से सेवक मोड़ पर सड़क के किनारे दो विशालकाय पेड़ थे।
बताया गया है कि बदमाशों ने मंगलवार देर रात इस घटना को अंजाम दिया। जिसके बाद हिलकार्ट रोड व्यवसायी समिति और पर्यावरण संगठनों को इस घटना का पता चला। उन्होंने इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है। हिलकार्ट रोड व्यवसायी समिति के अध्यक्ष विजय गुप्ता ने कहा कि व्यवसायियों ने मिलकर इन पेड़ों को लगाया था।
इन पेड़ों की टहनी के चलते उनकी दुकानों के साइनबोर्ड दिखने में समस्या होती थी, लेकिन किसी ने कभी इन पेड़ों को काटने के बारे में नहीं सोचा। उन लोगों का अनुमान है कि विज्ञापन एजेंसियों ने अपनी सुविधा के लिए ऐसा किया होगा। क्योंकि इन पेड़ों के कारण उनका विज्ञापन ढक जा रहा था।
वहीं, पर्यावरणविद् अनिमेष बसु ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस पेड़ की वजह से पक्षियों को आश्रय मिलता था। जहां अब गौरैया पक्षियों की संख्या पूरी तरह से कम हो गई है। वहीं,सिलीगुड़ी शहर में अभी भी गौरैया पक्षी देखी जाती है और ये बड़े पेड़ ही गौरैया पक्षियों की रहने का ठिकाना है। लेकिन पेड़ कटने से गौरैया पक्षी विलुप्त होने के कगार पर हैं।