सिलीगुड़ी ,20 दिसंबर (नि.सं.)।कमिश्नर गौरव शर्मा हर वक्त लोगों से कानून और पुलिस के काम में आम लोगों से सहयोग करने की अपील करते है। पुलिस के आम लोगों से अच्छे संबंध बनाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। लेकिन बीती रात बालासन के बेली ब्रिज पर घटी घटना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रही है। रात के समय बेली ब्रिज से पुलिस के सामने दादागिरी करके जबरन बड़ी-बड़ी मालवाही ट्रक को पार कराया जा रहा है। बीते रात करीब डेढ़ बजे पुलिस के सामने स्थानीय लोगों की दादागिरी देखने को मिली।
जानकारी मिली है कि बीती रात एक मालवाही ट्रक फाइबर की विभिन्न मूर्तियों को लादकर रात के अंधेरे में बेली ब्रिज पार कर रहा था। तभी बालासन ट्रैफिक आउट पोस्ट की पुलिस ने उक्त ट्रक को रोका। पुलिस द्वारा ट्रक को रोकेे जाने पर पुलिस के साथ प्रवीर कुमार नामक एक व्यक्ति झमेला करने लगा। प्रवीर कुमार पाल माटीगाड़ा का निवासी है। वह मुर्ति पेशे से फाइवर मुर्ति निर्माता है। प्रवीर कुमार पाल ने बीती रात नेपाल के लिए एक ट्रक में फाइवर की मुर्ति लोड करके ट्रक को माटीगाड़ा से रवाना की थी, लेकिन ब्रिज पर ट्रक को रोको जाने पर प्रवीर कुमार पाल पुलिस के साथ बहस करने लगा।
उसने पुलिस को बताया कि वह स्थानीय निवासी है और वह अपने ट्रक को बेली ब्रिज से पार करवायेगा। प्रवीर कुमार पाल ने कहा कि ब्रिज के ऊपर से 13 टन तक वाहन ले जा सकते हैं। उनके ट्रक में 3 टन से ज्यादा नहीं है तो फिर उनके ट्रक को क्यों रोका गया है।
तभी उन्हें बताया गया कि पुलिस प्रशासन ने छोटी-बड़ी सभी मालगाड़ियों पर रोक लगा दी है। इस संबंध में प्रवीर कुमार पाल कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पुल से ट्रक नहीं गुजर सकता। प्रवीर कुमार पाल पुलिस को अपनी बात में उलझा कर ट्रक को रवाना कर दिया गया।
उल्लेखनीय है बलासन पर बने बेली ब्रिज से15 टन वजन की गाड़ीयां गुजर सकती है। लेकिन पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने ब्रिज के उद्घाटन से पहले ही कहा था कि कि बेली ब्रिज से सिर्फ स्कूल ,बस, बाइक,प्राइवेट कार ,42 सीटर बस गुजर सकती है। छोटी बड़ी सभी तरह की मालवाही गाड़ी, बाहरी राज्य जाने वाले बड़ी-बड़ी बसों को बेली ब्रिज से गुजरने पर पाबंदी लगाई है। इसके बावजूद अगर कुछ लोग पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था जबरन तोड़ कर काम करेंगे तो फिर पुलिस कैसे सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करेगी।