सिलीगुड़ी, 10 जुलाई (नि.सं.)। दो व्यवसायीयों के बीच लेन देन का मामला अब रेगुलेटेड मार्केट में तृणमूल श्रमिक संगठन आईएनटीटीयूसी के दो गुटों की वर्चस्व की लड़ाई बन गई है। जिसे लेकर एक तरफ खून बह रहा है। वहीं, दुसरी तरफ मार्केट में तनाव का माहौल बना हुआ है। जिसके चलते व्यवसायीयों एवं श्रमिकों के बीच भय का माहोल है। इधर, इस लड़ाई में अब पार्षद दिलीप बर्मन का नाम भी सामने आ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रामपुकार यादव ने दिल्ली के एक व्यवसायी से समान खरीदकर मार्केट के दुसरे व्यवसाई अमित कुमार को बिक्री की थी। लेकिन अमित कुमार ने रामपुकार यादव को रुपये वापस नहीं किये। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। बताया गया है कि रामपुकार यादव उमा शंकर गुट का आदमी है। वहीं, अमित कुमार श्याम यादव गुट का आदमी बताया गया है। वहीं, दोनों व्यवसायियों का विवाद गुटबाजी में तब्दील हो गयी।
आरोप है कि दो व्यवसायियों के बीच विवाद के चलते शनिवार की रात चंपासारी के पोकाईजोत इलाके में श्याम यादव गुट और उमा शंकर गुट के बीच मारपीट शुरू हो गयी। यह मामला प्रधान नगर थाना पुलिस तक पहुंचा। लेकिन थाने के सामने ही दोनों गुट एक आपस में भिड़ गये। जिसमें कई लोग घायल हो गये। इसके बाद बीते कल रात को श्याम यादव के तरफ से प्रधान नगर थाने में वार्ड पार्षद दिलीप बर्मन, उमा शंकर सहित 15 लोगों के नाम पर मारपीट और हत्या की कोशिश के तहत शिकायत दर्ज करवाई गयी।
दूसरी तरफ, उमा शंकर गुट ने भी पुलिस कमिश्रनरेट में श्याम यादव और उसके गुट के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करवाई। बताया गया है कि इस मामले में प्रधान नगर थाना की पुलिस ने रामपुकार यादव, अजय यादव और प्रिंस सिंह नामक तीन लोगों को गिरफ्तार कर आज सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया है। वहीं, रेगुलेटेड मार्केट में आईएनटीटीयूसी के दो गुटों की लड़ाई में पार्षद दिलीप बर्मन का नाम आने से मामला काफी सुर्खियों में आ गया है।
इस विषय पर पार्षद दिलीप बर्मन ने बताया कि जिस दिन यह घटना घाटी। उस समय वह पंचायत चुनाव में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए उनका नाम का इस्तमाल किया जा रहा है।
वहीं, इस विषय पर उमां शंकर यादव ने कहा कि शनिवार को रामपुकार के बुलावे पर वे थाने पहुंचे थे। लेकिन थाना पहुंचने के बाद श्याम यादव गुट के लोगों ने उनपर हमला कर दिया। जिसके चलते वे घायल हो गये।
इधर, श्याम यादव से फोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे पार्षद दिलीप बर्मन का हाथ है। उनके कहने पर ही उमा शंकर गुट ने उनपर हमला किया है।