सिलीगुड़ी , 26 अक्टूबर (नि.सं.)। दुकान पर जाकर आपने देशी मुर्गी खरीदी। घर लाकर आपने उस मुर्गी के मांस को पकाया। मांस तैयार होने के बाद जैसे ही आपने स्वाद चखा तो आप को पता चला की यह देशी नहीं बल्कि यह ब्रॉयलर मुर्गी है৷ सोचिये जरा৷ 450 रूपए दर से देशी मुर्गी खरीदने के बाद यदि उसका स्वाद बायलर जैसा हो तो किसे गुस्सा नहीं आएगा? दरअसल हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हाल ही में लोगों को बेवकूफ बनाकर देशी मुर्गियों की जगह अन्य मुर्गियां बेची जा रहा है। जिसे आम भाषा में सोनाली मुर्गी कहा जाता है। यह एक रंगीन देशी मुर्गी जैसा दिखता है। लेकिन इसे वास्तव में ब्रॉयलर मुर्गी कहा जाता है। सिलीगुड़ी के कुछ बाजारों में कुछ व्यवसायी इस तरह से लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। जिसके बाद अब कई बाजारों के व्यवसायियों द्वारा लोगों को जागरुक किया जा रहा है।
व्यवसायियों ने कहा कि देशी मुर्गियां आकार में छोटी होती हैं। उनके पैर भी छोटे होते हैं। लेकिन सोनाली मुर्गियां देशी मुर्गी की तुलना में लंबी होती हैं और पैर भी मोटे होते हैं। दूसरी तरफ सिलीगुड़ी के विधान मार्केट व्यवसायी समिति की तरफ से इसे लेकर ग्राहकों को जागरूक जा रहा रहा है। इस दौरान व्यवसायियों ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि देशी मुर्गी सोचकर ज्यादा कीमत पर सोनाली मुर्गी खरीदेने से बचे।
विधान मार्केट व्यवसायी समिति के सचिव बापी साहा ने कहा कि विधान मार्केट में हमारी कुल 22 मुर्गीयों की दुकानें हैं। हम इस बाजार में सोनाली हाइब्रिड मुर्गियों को बेचने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। वहीं, विधान मार्केट के व्यवसायी बबलू चक्रवर्ती ने कहा कि कई खरीदार इन मुर्गियों को नहीं पहचानते। जो लोग हमेशा मुर्गी की मांस खाते हैं वे उसका स्वाद पहचान सकते है।
यह काफी हद तक देशी मुर्गी की तरह दिखता है। उन्होंने कहा कि अधिक मुनाफा के लिए देशी और सोनाली दोनों मुर्गियों को एक साथ बाजार में बेचा जा रहा है। लेकिन इन दोनों मुर्गियोें केे स्वाद में काफी अंतर होता हैं।