सिलीगुड़ी, 12 अक्टूबर (नि.सं.)। मूर्तिकारों गुथी हुई मिट्टी से प्रतिमा को आकार देते हैं। इसमें कुछ ऐसे भी हैं जिनकी कलाकारी लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है। ऐसी ही प्रतिभा सिलीगुड़ी संलग्न बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत अंतर्गत जलडुमुर साहूपाड़ा के निवासी13 वर्षीय संजीत बर्मन में हैं। वह पांच साल की उम्र में ही मूर्तियां बनाना शुरू किया था। छोटी मूर्तियां बनाने के बाद पिछले 3 साल से वह बड़ी मूर्तियां बना रहा है।
संजीत बर्मन ने अपने हाथों से बनाई गई मूर्ति से घर में दुर्गा पूजा शुरू की। संजीत सिलीगुड़ी के नेताजी बॉयज हाई स्कूल में सातवीं कक्षा का छात्र है। उसके परिवार में कोई भी मिट्टी के बर्तन या मिट्टी के काम से नहीं जुड़े है। इसके बावजूद वह खुद ही मूर्तियां बना रहा है। परिवार के लोग यह देख कर हौरान रह गए। बचपन में संजीत तालाब से मिट्टी लाकर विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाता था। बाद में उसने मोबाइल फोन पर वीडियो और तस्वीरें देखकर बड़ी-बड़ी मूर्तियां बनाना शुरू किया।
इस बीच घर पर दुर्गा पूजा का चलन नहीं था, लेकिन पिछले तीन साल से उसके द्वारा बनाई गई मूर्तियों से ही घर पर दुर्गा पूजा की जाती है। संजीत पढ़ाई के साथ-साथ मूर्तियां भी बना रहा हैं। दुर्गा पूजा में अब कुछ ही दिन रह गए है। इसलिए संजीत इस साल भी दुर्गा मूर्तियां बनाने में जुटा हुआ है। वह भविष्य में इसी पेशे से जुड़ना चाहता है।