सिलीगुड़ी,5 अक्टूबर (नि.सं.)। उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने के बाद लाचेन घाटी में बहने वाली तीस्ता नदी मे अचानक आई बाढ़ आ गई। इसकी वजह से सेना के 22 जवान इस बाढ़ में लापता हो गए। सेना के लापता 22 जवानों की तलाश और बचाव अभियान जारी है।
शुरुआती 23 लापता जवानों में से एक जवान 4 अक्टूबर की शाम को ही सही सलामत मिल गया था। इस बीच त्रिशक्ति कर्पस की ओर से उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग, लाचुंग और लाचेन इलाके में फंसे निवासियों और पर्यटकों को चिकित्सा सहायता और टेलीफोन कनेक्टिविटी प्रदान किया जा रहा है।
सिंहथाम के पास बरदांग में मलबे में फंसे वाहनों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।अब तीस्ता नदी के निचले इलाके में लापता लोगों की तलाश की जा रही है। लापता लोगों के परिजनों से संपर्क कर पूरी स्थिति की जानकारी दे दी गयी है।
सिक्किम और उत्तरी बंगाल में तैनात अन्य सभी भारतीय सेना के जवान सुरक्षित हैं। लेकिन मोबाइल नेटवर्क की कमी के कारण अपने परिवारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि, इस मुद्दे को हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।