सिलीगुड़ी, 5 जून (नि.सं)। विश्व पर्यावरण दिवस एक एक अवसर है, और एक वादा है भविष्य के लिए। इसी भावना को जीवंत किया सिलीगुड़ी में, जहां सिलीगुड़ी महिला थाना, गायत्री परिवार गुरुकुल, लियो क्लब ऑफ सिलीगुड़ी प्रेरणा गुरुकुल, सिनी और गुरुकुल स्कूल ने मिलकर बच्चों के साथ एक सार्थक पहल की। इस आयोजन में गुरुकुल के नन्हें कदमों ने एक बड़ा संदेश दिया — ‘अब नहीं संभले तो बहुत देर हो जाएगी।’ बच्चों ने रैली निकाल कर शहर की सड़कों पर ‘पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ’, ‘प्लास्टिक हटाओ, धरती बचाओ’ जैसे नारों से गूंज भर दी।
यह सिर्फ एक रैली नहीं थी, यह एक जनजागरण था। सफदर हाशमी चौक पर हुए नुक्कड़ नाटक ने लोगों की आंखें खोल दीं। इस नाटक के माध्यम से पर्यावरण विनाश के खतरों और इंसानी लापरवाही के परिणामों को गहराई से दर्शाया गया। राह चलते लोग रुके, सुना, सोचा और शायद कुछ ने अपने जीवन में बदलाव लाने का मन भी बना लिया। इस पूरी पहल का उद्देश्य सिर्फ जागरूकता फैलाना नहीं था, बल्कि बच्चों में जिम्मेदारी की भावना पैदा करना भी था। इस कार्यक्रम में कई महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हुई।