सिलीगुड़ी, 29 मई (नि.सं.)। पीने का पानी दूषित हो गया है। इसलिए आज से 2 जून की दोपहर तक नगर निगम इलाकों में सप्लाई होने वाले पेयजल को पीने से मना किया गया है। सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव ने इसकी घोषणा की।
बताया जा रहा है कि बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) में कमी के कारण पीने का पानी दूषित हो गया है। निगम इलाकों में रोजाना पानी की आपूर्ति की जाएगी, लेकिन शहरवासियों को पानी नहीं पीने की सलाह दी गई है। बताया गया है कि आपूर्ति किए गए पेयजल को पीने के अलावा अन्य कामों में व्यवहार किया जा सकता हैं।
इस मुद्दे पर आज सिलीगुड़ी नगर निगम में मेयर गौतम देव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मेयर ने कहा कि पीने का पानी कुछ हद तक दूषित हो गया है। पानी के नमूने जांच के लिए कोलकाता भेजे जा रहे हैं। रिपोर्ट आने में पांच दिन लगेंगे। इसके बाद ही पानी का उपयोग पीने के लिए व्यवहार किया जा सकेगा।
तब तक मेयर ने लोगों से पानी नहीं पीने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि निगम की ओर से पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। 1 लाख पेयजल पाउच उपलब्ध कराये जायेंगे। पांच बोरो में 15 से 20 हजार पानी पाउच दिये जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि निगम की ओर से हर वार्ड में पेयजल टैंकर भेजे जायेंगे।
दूसरी ओर, सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने कहा कि पिछले 15 से 16 दिनों से सिलीगुड़ी के लोग दूषित पानी पी रहे थे। मेयर गौतम देव नगर निगम चलाने में विफल है। मेयर और मेयर परिषद को इसका जवाब देना होगा।