सिलीगुड़ी, 6 दिसंबर (नि.सं.)। हमारी जिंदगी में कई ऐसे पल आते हैं जब एक फैसला पूरे भविष्य को बदल कर रख देता है। कई फैसले मजबूरी में लिए जाते हैं तो कई के लिए बहुत सारी प्लानिंग की जाती है।
महिलाओं की बात करें तो लोग ये समझते हैं कि वो सिर्फ घर-गृहस्ति के फैसले ही ले सकती हैं, लेकिन उनका क्या जो समाज की बंदिशों को तोड़कर आगे बढ़ती हैं और अपनी अलग पहचान बनाती हैं। जो अपनी जिंदगी को आगे बढ़ाती हैं और लोगों के लिए प्रेरणा बन जाती हैं। आज हम ऐसी ही प्रेरणात्मक महिला योगिता रघुवंशी की बात करने जा रहे हैं। 51 वर्षीय योगिता रघुवंशी भोपाल की रहने वाली हैं। वह भारत की पहली महिला ट्रक ड्राइवर हैं।
आज योगिता को ट्रक चलाते हुए एक दशक से ज्यादा हो चुके हैं और इस सफर में उन्हें बड़ी-बड़ी परेशानियां झेलनी पड़ी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनके परिवार में एक बेटे, एक बेटियां और माता-पिता। फिलहाल वह भारत के कई जगहों का यात्रा कर चुकी है। योगिता रघुवंशी अपने ट्रक में गुवाहाटी से माल लादकर आज सिलीगुड़ी पहुंची है। इस बीच सिलीगुड़ी में पहली महिला ट्रक चालक को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
योगिता ने कहा कि लोग सोचते हैं कि ट्रक सिर्फ पुरुष ही चला सकते है,लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता। मैंने अपने पति की मृत्यु के बाद इस पेशे को आजीविका के रूप में चुना है। अब यह काम मेरा पसंदीदा काम बन गया है।
ट्रक चलाने के अपने लंबे अनुभव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे देश को बहुत छोटा और बड़ा होने की जरूरत है। कुछ ही समय में पूरा देश लगभग घूमना हो गया है।