सिलीगुड़ी, 24 अगस्त (नि.सं.)। इंडियन आर्मी के पूर्व 400 जवान जो अफगानिस्तान में अमेरिकी यूनिवर्सिटी में सुरक्षा कर्मी के रूप में कार्यरत थे। अफगानिस्तान पर तालिबान के हमले एवं उस पर कब्जा की पूरी दृश्य उन्होंने अपनी आंखों से देखें। इस भयावह परिस्थिति से ब्रिटिश गवर्नमेंट एवं ब्रिटिश सेना की सहायता से अमेरिकी यूनिवर्सिटी में काम कर रहे भारतीय सेना के पूर्व 400 सैनिकों को सुरक्षित वतन वापसी करवाई गई है।
इसी दौरान सिलीगुड़ी के सालबाड़ी के रहने वाले भारतीय सेना से रिटायर्ड जवान सुदेश लामा और एक्स हवलदार निर्मलगिरी आज बागडोगरा एयरपोर्ट पर पहुंचे। भारतीय सेना के पूर्व जवान सुदेश लामा और निर्मलगिरी दोनों ही सिलीगुड़ी के सालबाड़ी इलाके के रहने वाले हैं। आज बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतर कर दोनों ने अफगानिस्तान में चल रहे हालात की आंखों देखी कहानी बयां की।
सुदेश लामा ने कहा कि ब्रिटिश गवर्नमेंट की सहायता से ही देश वापसी हुई है।ब्रिटिश सेना के सहयोग के बिना स्वदेश लौटने की उम्मीद नहीं थी। आपने घर पहुंचकर खुशी हुई।
वहीं, निर्मल गिरी ने कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति काफी भयानक है। वहां काफी डर का माहौल है। इसके बाद उन्हें घर लौटने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन ब्रिटिश एंबेसी की सयोगिता से वह लोग अपने घर पहुंच गये है। दिल्ली से आज वे लोग लोग बागडोगरा पहुंचे। अपने घर पहुंच कर वे लोग काफी खुश है।