सिलीगुड़ी,13 जून नि.सं.)। सिलीगुड़ी नगर निगम ने शहरवासियों को दूषित पेयजल उपलब्ध कराई है। यह आरोप लगाते हुए सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने पीएचई कार्यालय को एक पत्र भेजा है। उन्होंने इस घटना की जांच की मांग की है। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में तीस्ता नदी पर बांध के काम के लिए महानंदा नदी से पानी की आपूर्ति की गई थी। लेकिन कुछ दिनों के बाद मेयर गौतम देव ने उस पानी को पीने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था।
पानी की जांच किये बिना उसे पेयजल के रूप में कैसे सप्लाई कर दिया गया? इसे लेकर उन्होंने सवाल उठाए है। विधायक शंकर घोष ने राज्य सरकार के पीएचई विभाग में शिकायत दर्ज कराई और मामले की पूरी जांच की मांग की।
वहीं, इस संबंध में मेयर गौतम देव ने कहा कि कोई दूषित पानी नहीं पिलाया गया है। यह समस्या प्राकृतिक आपदाओं के कारण उत्पन्न हुई थी।युद्धकालीन तत्परता से सभी व्यवस्थाएं कर ली गई है। अगर विधायक अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे तो कानून के मुताबिक जवाब दी जाएगी।
उत्तर बंगाल, समाचार, सिलीगुड़ी
सिलीगुड़ी नगर निगम के खिलाफ विधायक शंकर घोष का पीएचई कार्यालय को पत्र
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