सिलीगुड़ी,19 जनवरी (नि.सं.)। इस्लामपुर अदालत से रायगंज संशोधनागार ले जाते समय अपराधी द्वारा पुलिस पर गोलीकांड की घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव पर विचार शुरू कर दिया है। अदालत परिसर में सुरक्षा को और मजबूत करने के साथ ही अपराधियों को अदालत में पेश करने के तरीके में बदलाव की योजना बनाई जा रही है। ज्ञात हो की कुख्यात आरोपी सज्जाक आलम को पिछले बुधवार उत्तर दिनाजपुर के गोलपोखर अदालत में ले जाया गया था। सुनवाई के बाद सज्जाक को कोर्ट से वापस जेल ले जाया जा रहा था। उसी दौरान सज्जाक ने अचानक ड्यूटी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों को गोली मार दी थी और फरार हो गया था। जिसके बाद ये सवाल उठने लगा है कि कोर्ट परिसर में कैदी के पास बंदूक कहां से आई। इस घटना के बाद राज्य के डीजी राजीव कुमार ने सभी जिला पुलिस और पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों को सुरक्षा के कड़े निर्देश दिए हैं।
इसी के तहत सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के डीसीपी तन्मय सरकार ने सिलीगुड़ी महकमा अदालत परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा प्रबंध, कैदियों के रखरखाव और अदालत में मौजूद पुलिसकर्मियों की संख्या की समीक्षा की।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पुराने कैदियों को अदालत में पेश करने के लिए अब ऑनलाइन माध्यम का उपयोग करने पर चर्चा हो रही है। अब तक कैदियों को हर तारीख पर अदालत में लाया जाता था, लेकिन इस्लामपुर से रायगंज ले जाते समय हुई गोलीकांड की घटना के बाद यह विचार किया जा रहा है कि कैदियों की पेशी ऑनलाइन हो।
इस विषय पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने न्यायाधीशों से चर्चा शुरू कर दी है। गोलीकांड के बाद से ही सिलीगुड़ी अदालत में कैदियों की पेशी पर रोक लगाई गई है। सुरक्षा कारणों से अब अदालत और जेल प्रशासन मिलकर ऑनलाइन सुनवाई के लिए एक व्यापक योजना तैयार कर रहे हैं। यह कदम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाया जा रहा है।