सिलीगुड़ी, 22 दिसंबर (नि.सं.)। रांगापानी के शिमुतला गांव में वनकर्मियों के हाथों एक तेंदुए की मौत हो गयी थी। इस घटना के प्रतिवाद में विभिन्न पशु प्रेमी संगठन सड़कों पर उतरे है। आज विभिन्न वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन की ओर से सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब में एक पत्रकार सम्मेलन किया गया।
उन लोगों ने कहा कि वन विभाग के पास 17 दिसंबर को रानीडांगा में एक तेंदुए घुस सकता है इसकी जानकारी थी, लेकिन वनविभाग की ओर से पहले से क्यों कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। वन विभाग का कहना है कि सेल्फ डिफेंस के लिये तेंदुए को मारा गया है। लेकिन वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन सदस्यों ने इसे स्वीकार करने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि जिस परिस्थिति में तेंदुए को गोली मारी गयी है।
उसकी वजह सेल्फ डिफेंस नहीं हो सकती है।इस घटना में वाइल्ड लाइफ वार्डन की ओर से तीन दिन की जांच की गई थी, लेकिन 3 दिन बाद भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।उनकी मांग है कि तेंदुए की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जल्द ही प्रकाशित की जाए और इस घटना में दोषी लोगों को उचित सजा दी जाए।