सिलीगुड़ी, 24 सितंबर (नि.सं.)। उत्तर बंगाल में पर्यटन व्यवसाय पर कोरोना का काफी असर पड़ा है। ट्रेन की आवाजाही अभी तक स्वाभाविक नहीं हुई है।जिसके चलते पर्यटन व्यवसाय से जुड़े एनजेपी के प्राइवेट टैक्सी मालिक और चालक काफी समस्या में पड़ गये है।
लॉकडाउन के कारण कई लोगों ने पहले ही अपना पेशा बदल लिया था। वहीं, अनलाॅक के बाद भी पर्यटन व्यवसाय पहले की तरह स्वाभाविक नहीं हुआ है। इसीके कारण कई लोगोें ने दो वक्त के भोजन के लिये अपने टैक्सियों को बेच दिया है। इतना ही नहीं कई लोगों ने भरणपोषण चलाने के लिये अपने घरों के गहनों को गिरवी रख दिया है।
लेकिन स्थानीय टैक्सी मालिकों और चालकोें ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस कठिन समय के दौरान कोई मदद नहीं मिली है।उन्होंने कहा कि उन्होंने बैंक से ऋण लेकर टैक्सी खरीदकर इस व्यवसाय को शुरू किया।
वर्तमान में वे लोग प्रीमियम और टैक्स को लेकर समस्या में पड़ गये है। उन्हें सरकार से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने निवेदन किया कि अगर सरकार ने उन्हें इस टैक्स या बैंक की प्रीमियम छूट में थोड़ी मदद करती है तो उन्हें काफी लाभ होगा।
दूसरी ओर, स्थानीय तृणमूल नेता प्रसेनजीत राय ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान पार्टी की ओर से स्थानीय टैक्सी चालकों को खाद्य सामग्रियां वितरित की गई। इतना ही नहीं मंत्री गौतम देव ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है ताकि उन्हें और उनके परिवारों को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।