सिलीगुड़ी, 16 जनवरी (नि.सं.)। इस्लामपुर से रायगंज संशोधनागार ले जाते समय बीच रास्ते में आरोपी ने पुलिस के ऊपर फायरिंग कर दी। इस घटना में रायगंज के दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिसकर्मियों का नाम नीलकंठ सरकार और देवेन वैश्य है। घटना के बाद से पूरे पुलिस महकमा में हलचल मची गई है।
फिलहाल, सिलीगुड़ी के माटीगाड़ा स्थित एक गैर सरकारी अस्पताल में दोनों घायल पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है। दूसरी तरफ घटना की खबर मिलते ही उत्तर बंगाल के आईजी राजेश कुमार यादव, सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के कमिश्नर सी सुधाकर के अलावा अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी अस्पताल पहुंचे और घायल पुलिसकर्मियों की शारीरिक स्थिति के विषय में जानकारी ली है। इसके साथ ही घटना का विवरण भी लिया है।
उत्तर बंगाल आईजी राजेश कुमार यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एक मामले में दो महिला और एक युवक रज्जाक आलम कुल तीन आरोपियों को बीते कल रायगंज संशोधनागार से इस्लामपुर अदालत में सुनवाई के लिए ले जाया जाया गया था। इसके बाद बीते शाम को तीनों आरोपियों को पुलिस की वाहन से इस्लामपुर अदालत से वापस रायगंज संशोधनागार लाया जा रहा था। इसी दौरान बीच रास्ते में आरोपी रज्जाक आलम शौच करने के नाम पर पुलिस वैन से नीचे उतरा और मौके का फायदा उठाते हुए आरोपी ने पुलिस के ऊपर तीन राउंड फायरिंग कर दी। जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, घटना के बाद आरोपी फरार हो गया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि आखिर कैसे आरोपी इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल रहा? साथ ही अपराधी के पास आग्नेयास्त्र कहा से आया? हालांकि इस विषय में आईजी का कहना है कि प्राथमिक जांच में आरोपी ने कंबल में आग्नेयास्त्र छिपा कर रखने की बात सामने आई है। फिलहाल, पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।