सिलीगुड़ी, 14 जुलाई (नि.सं.)। उत्तर बंगाल में अब प्लाज्मा थेरेपी चालू हो रहा है। सिलीगुड़ी में कोरोना को मात देकर घर लौटे अनिर्वान राय ने अपना प्लाज्मा दान करने की बात कही है। फिलहाल, प्लाज्मा थेरेपी देश और राज्य के विभिन्न जगहों में पहले ही चालू हो गया है।
बताया गया है कि कोरोना से ठीक हो चुके एक व्यक्ति के शरीर से निकाले गए खून से 4 कोरोना पीड़ितों का इलाज किया जा सकता है। प्लाज्मा थेरेपी सिस्टम इस धारणा पर काम करता है कि जो मरीज किसी संक्रमण से उबर कर ठीक हो जाते हैं उनके शरीर में वायरस के संक्रमण को बेअसर करने वाले प्रतिरोधी एंटीबॉडीज विकसित हो जाते हैं।
इसके बाद उस वायरस से पीड़ित नए मरीजों के खून में ठीक हो चुके मरीज का खून डालकर इन एंटीबॉडीज के जरिए शरीर में मौजूद वायरस को खत्म किया जा सकता है। इस लिये कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के ब्लड प्लाज्मा से अन्य कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
आज डाॅक्टर अनिर्वान राय ने कहा कि कोरोना से मरने वाले रोगी अगर हमारे प्लाज्मा देने से ठीक हो जाते हैं तो यह अच्छी खबर है। हर किसी को प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आना चाहिए। बेवजह लोगों को कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है।
दूसरी ओर, डाॅक्टर अनिर्वान राय कोविड केयर नेटवर्क के सदस्य हैं।यह संगठन पूरे शहर में लोगों को जागरूक करने के लिए सड़कों पर उतरे है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना को मात देकर लौटे लोगों से प्लाज्मा दान करने के लिये प्रचार किया जायेगा।