उत्तर बंगाल में कहां से आए कंगारू? जांच में जुटी वन विभाग की टीम

सिलीगुड़ी,2 अप्रैल (नि.सं.)। कहीं जिंदा तो कही मरा हुआ कंगारू शावक बरामद किया गया है। कंगारू जिस इलाके में नहीं होने चाहिए वहां से अचानक कंगारू मिलने से तस्करी गिरोह की तलाश में एक बार फिर छानबीन शुरू हो गई है।


शुक्रवार रात को गाजोलडोबा के पास दो और फाराबाड़ी में एक कंगारू शावक बरामद किया गया था। वहीं, आज सुबह फाराबाड़ी में एक और मृत कंगारू शावक बरामद किया गया। जीवित कंगारूओं को बंगाल सफारी पार्क में भेजा गया है। लेकिन सवाल यह है कि इतने कंगारू कहां से आए? घटना के बाद वन विभाग की ओर से बताया गया हैै कि कंगारुओं की तस्करी की जा रही थी। वन विभाग द्वारा कैनाल रोड पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा था। तभी तस्करों ने कंगारुओं को छोड़कर फरार हो गये।

वन विभाग का अनुमान है कि बैकुंठपुर के जंगल में और कंगारू हो सकते हैं। वहां भी तलाशी की जा रही है। लेकिन इस कंगारू तस्करी के गिरोह के अपराधी क्या पकड़े जायेगे? यह अब एक बड़ा सवाल है। साफ है कि इस काम में अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह शामिल है। वरना इस देश में जहां कंगारू नहीं मिलते, वहां एक के बाद एक कंगारू कैसे बरामद हो रहे है? वन विभाग ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच पहले ही शुरू कर दी है।


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