सिलीगुड़ी, 29 सितंबर (नि.सं.)। चार दिवसीय दौरे पर उत्तर बंगाल पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज सिलीगुड़ी स्थित मिनी शाखा सचिवालय उत्तरकन्या में एक प्रशासनिक बैठक की। उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों से राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी मांगी और सभी विभागों के प्रमुखों से विभागीय रिपोर्ट तलब की।
बैठक में जलपाईगुड़ी व अलीपुरद्वार के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। बैठक में ममता बनर्जी ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए अधिकारियों को फटकार भी लगाई। बैठक में मुख्यमंत्री ने ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि ये कानून देश के किसानों को बर्बाद कर देंगे और जमाखोरों की मदद करेंगे।
वहीं, उन्होंने सोशल मिडिया में फेक न्यूज़ को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन को निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने बंद चाय बागान में रहने वाले श्रमिकों को उपहार स्वरूप एक नई परियोजना की शुरुआत की है। जिसका नाम ‘सुंदरी चाय बागान’ रखा गया है। इस परियोजना के लिए 500 करोड़ रूपये आवंटित भी कर दिए गये है। इस परियोजना के तहत बंद चाय बागान श्रमिकों को नया घर मिलेगा। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाषा एकेडमी के लिए पांच करोड़ रुपए, बक्सा -डुवार्स विकास के लिए पांच करोड़ रूपये आवंटित किये। इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी के जिला शासक को कड़ी फटकार भी लगाई। जलपाईगुड़ी जिला अंतर्गत धूपगुड़ी में कर्मतीर्थ नामक परियोजना चल रही है। जिसके तहत कई दुकानों का निर्माण करने का काम चल रहा है, लेकिन काम पूरा नहीं होने के कारण कुछ समय पहले तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली थी।
इस विषय पर जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी डीएम से पूछ ताछ की तो डीएम ने बताया कि जो संस्था पहले काम करती थी। वह संस्था को हटा दिया गया है।नया संस्था को काम करने के लिए नियुक्त किया गया है।
यह काम नवंबर से दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जलपाईगुड़ी के डीएम को फटकार लगाते हुए कही कि यह काम नवंबर-दिसंबर में नहीं बल्कि यह काम अक्टूबर तक में पूरा करना होगा जरूरत पड़ने पर डीएम खुद सर पर ईट लेकर काम करें। गौरतलब हो कि बुधवार को मुख्यमंत्री फिर एक बार दार्जिलिंग, कालिम्पोंग व कूचबिहार जिलों को लेकर प्रशासनिक बैठक करेंगी।