राजगंज,9 सितंबर (नि.सं)। आमबाड़ी रेंज के वन कर्मियों ने बहुमूल्य यार्सागुंबा के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के नाम देंदुप तमांग और गोविंद छेत्री हैं। देंदुप तमांग कलिम्पोंग के निवासी है और गोविंद छेत्री नेपाल के निवासी हैं।
शुक्रवार रात को राजगंज के आमबाड़ी के रेंजर आलमगीर हक के नेतृत्व में वनकर्मियों ने सबसे पहले सिलीगुड़ी के समरनगर इलाके में अभियान चलाकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इसके पास से करीब 13 ग्राम यार्सागुंबा बरामद किया गया। उससे पूछताछ के बाद वन कर्मियों ने मल्लागुड़ी से एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया। वन विभाग को गुप्त सूत्रों से खबर मिली थी कि भारी मात्रा में यार्सागुंबा की तस्करी विदेश में करने की योजना है।
इसी के आधार पर आमबाड़ी रेंज ऑफिस के वनकर्मियों ने अभियान चलाया। वनकर्मियों ने खरीदार के रूप में सिलीगुड़ी के समरनगर में तस्करों से मोलभाव करना शुरू कर दिया। 1 किलो यार्सागुंबा की कीमत 10 लाख रुपये तय की गई है। इसके बाद वनकर्मियों ने तस्करों को घेर लिया। एक को तो पकड़ लिया गया, लेकिन बाकी लोग वहां से भाग निकले। उससे पूछताछ के बाद एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
बताया गया है कि यह यार्सागुंबा मुख्य रूप से पहाड़ के जंगलों में पाया जाता है। इस यार्सागुंबा का उपयोग विभिन्न जटिल रोगों की दवा बनाने में किया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी काफी मांग है। एक किलो करीब 15 लाख रुपये की कीमत पर बिकता है।
सिलीगुड़ी में हैंडओवर के बाद तस्करों ने इन यार्सागुंबाको नेपाल के रास्ते चीन में तस्करी करने की योजना बनाई थी। वन विभाग ने आरोपियों को जलपाईगुड़ी जिला अदालत में पेश किया है। वनकर्मी पूरी घटना की जांच शुरू कर दी।