राजगंज,16 मई (नि.सं.)। असम ने कई महीने से बंगाल से मुर्गियां लेना बंद कर दिया है। नतीजतन पोल्ट्री व्यवसायियों और फार्म मालिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मालूम हो कि कुछ महीने पहले झारखंड और बिहार में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए थे। इन दोनों राज्यों को देखते हुए असम सरकार ने दूसरे राज्यों से मुर्गियों के आयात पर रोक लगा दी है। जिससे बंगाल के पोल्ट्री व्यवसायी और फार्म मालिक पर प्रभाव पर रहा है।
असम सरकार ने पश्चिम बंगाल की सीमा से किसी भी मुर्गी को असम में प्रवेश करने से रोकने के लिए अधिसूचना जारी की है। इसका प्रभाव पश्चिम बंगाल के पोल्ट्री व्यवसायी और फार्म मालिक में पर रहा है।
उत्तर बंगाल से बड़ी संख्या में पोल्ट्री मुर्गी असम को निर्यात की जाती है, लेकिन असम सरकार ने 6 मार्च को अधिसूचना जारी कर मुर्गी के निर्यात पर रोक लगा दी है। जिससे उत्तर बंगाल के पोल्ट्री फार्म व्यवसायी संकट में है। असम के रास्ते पूर्व राज्यों में मुर्गी नहीं भेज पा रहे है। पूर्व भारत में मुर्गी भेजने के लिए असम के अलावा कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं है। इसलिए व्यवसायियों को ज्यादा परेशानी हो रही है।
एक कारोबारी असीम दास ने कहा कि मेरे अधीन करीब 100 पोल्ट्री फार्म है। हर दिन बड़ी संख्या में विपणन योग्य पोल्ट्री और सोनाली मुर्गी पैदा की जाती है। लेकिन पिछले तीन माह से मुर्गी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिससे भारी नुकसान हो रहा है। पूर्व भारत के अन्य राज्यों में भी मुर्गी नहीं भेजी जा रही है। अगर कुछ और समय तक ऐसा ही चलता रहा तो मुर्गी पालन बंद हो सकता है। इसलिए उन्होंने सरकार को इस तरफ ध्यान देने की मांग की है।