सिलीगुड़ी,14 अगस्त (नि.सं.)।आज पूरे देश में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया जा रहा है। 14 अगस्त 1947 को देश के बंटवारे के दौरान विस्थापन का दर्द झेलने वाले लोगों की याद में ये दिन मनाया जाता है। वहीं, इस विभाजन के इतिहास को याद करने के लिए सिलीगुड़ी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। भारत को 1947 में आजादी मिली। देश को दो टुकड़ों में बांटे जाने का जख्म भी झेलना पड़ा। भारत से कटकर पाकिस्तान नया देश बना। बंटवारे के दौरान कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा।
भारत के इस भौगोलिक बंटवारे ने देश के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व मानसिक रूप से तोड़कर रख दिया था। यह इतिहास आज भी कई लोगों को पता नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार उस दौर के इतिहास को सबके सामने उजागर करने के लिए पहल की। इस लिए 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित किया गया है।इसीलिए विभाजन के इतिहास को प्रदर्शनियों के माध्यम से उजागर करने के लिए देश के महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों को चुना गया है। प्रदर्शनी के लिए कटियार डिवीजन के छह स्टेशनों को चुना गया है। इनमें एनजेपी और सिलीगुड़ी जंक्शन स्टेशन शामिल हैं।
आज सिलीगुड़ी जंक्शन स्टेशन पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया। आज कई तस्वीरों के माध्यम से विभाजन काल के भयानक दिनों को उजागर किया गया। इस कार्यक्रम में उस समय के अत्याचारों के गवाह बने दो नागरिक दुलाली पोद्दार और अपर्णा विश्वास भी उपस्थित थी। साथ ही एनजेपी स्टेशन के एपीओ संतोष कुमार दत्त और अन्य लोग उपस्थित थे।