एक अलग गोरखालैंड राज्य के लिए लड़ने वाले गोरखा नेता बिमल गुरुंग 3 साल बाद बुधवार को कोलकाता में दिखाई दिए। दार्जिलिंग क्षेत्र में गोरखाओं के लिए राज्य आंदोलन का नेतृत्व कर रहे बिमल गुरुंग 2017 से लापता थे।सूत्रों के मुताबिक, उन्हें साल्ट लेक में गोरखा भवन गेस्ट हाउस के बाहर एक कार में देखा गया और 30 मिनट के इंतजार के बाद छोड़ दिया गया।
पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए बिमल गुरुंग ने 2021 के चुनावों में तृणमूल के साथ गठबंधन बनाने की घोषणा की।आज बिमल गुरुंग कोलकाता के गोरखा भवन में एक पत्रकार सम्मेलन करने वाले थे, लेकिन गोरखा भवन का गेट नहीं खोला गया। इसके बाद बिमल गुरुंग ने कोलकाता के एक प्रसिद्ध होटल में एक पत्रकार सम्मेलन की। उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि वह गोरखालैंड की मांग से नहीं हट रहे है।
भाजपा सरकार ने 6 वर्षों तक गोरखालैंड के लिए कुछ नहीं किया।मोदी व अमित शाह ने अपने वादे नहीं रखे है।जो गोरखालैंड के लिए काम करेंगे मैं उन लोगों के साथ हूं।मैं तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन में 2021 के चुनाव में लड़ूंगा। मैं इसका जवाब तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाकर दूंगा। मैं देशद्रोही नहीं हूं, मैं एक राजनीतिक नेता हूं।