सिलीगुड़ी,14 जून (नि.सं.)। देवीडांगा अमृत गोसाई हत्याकांड मामले की जांच एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अब पुलिस ने स्निफर डॉग की सहायता से छिपे हुए राज बाहर लाने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग को लेकर चली गोली में अमृत गोसाई की मौत हो गई थी। वहीं, जांच के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपी अरुण महाली को गिरफ्तार कर लिया था। यह घटना सिलीगुड़ी के देवीडांगा स्थित क्वार्टर लाइन इलाके की है।
इस बीच आज दोपहर प्रधाननगर थाना की पुलिस ने स्निफर डॉग की मदद से घटनास्थल का एक बार फिर बारीकी से मुआयना किया। जहां, पुलिस को कुछ नए तथ्य हाथ लगे है। बताया जा रहा है कि अमृत का शव जिस जगह मिला था, वहां उसे गोली नहीं मारी गई है। कही और उसे गोली मार कर उसके शव को क्वार्टर लाइन के पास एक मैदान में फेंक दिया गया था।
इसके साथ ही अब पुलिस सीसीटीटी फुटेज की सहायता से इस हत्याकांड की सच्चाई सामने लाने की कोशिश में है। इधर, जिस बंदूक से अमृत को गोली मारी गयी थी। उसे भी बरामद कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार यह हत्या कैसे हुए और इसके पीछे और कितने लोग शामिल है। इसका खुलासा जल्द ही पुलिस कर सकती है।
बताया गया है कि अमृत और अरूण दोनों दोस्त थे। लेकिन, दोनों एक ही लड़की से प्यार करने लगे थे। जिसे लेकर दोनों के बीच बहस और झगड़ा शुरू हो गया था। आखिरकार यह विवाद और बढ़ता चला गया। जिसके चलते अमृत गोसाई को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। वहीं, अरूण अब सलाखों के पिछे है।