सिलीगुड़ी,17 अगस्त (नि.सं.)।“न उम्र की सीमा हो, ना जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन,नई रीत चलाकर तुम ये रीत अमर कर दो….”जगजीत सिंह की ये मशहूर गजल तो आपने जरूर सुनी होगी। इस गजल के इन पंक्तियों को सिलीगुड़ी की दो युवतियों ने सार्थक कर दिया है। सिलीगुड़ी संलग्न हातियाडांगा की रहने वाली दो युवतियों की दोस्ती मोहब्बत में बदल गई और फिर मोहब्बत ऐसी बढ़ी की दोनों ने मंदिर में जाकर देवी मां को साक्षी मानकर एक दूसरे से शादी कर ली। हालांकि, दोनों युवतियों के परिवार वालों ने इस शादी को स्वीकार नहीं किया है। यहां तक कि परिवार की ओर से उन्हें धमकियां भी दी जा रही हैं। आपको बता दें कि स्वप्ना बसाक और प्रियंका बसाक सिलीगुड़ी संलग्न हातियाडांगा की रहने वाली हैं।
दोनों की मुलाकात पिछले साल दिसंबर में हुई थी। इसके बाद से दोनों के बीच बातचीत होने लगी और देखते ही देखते दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। आरोप है कि घटना के बारे में जब दोनों के परिवार वालों को पता चला तो वे लोग इस रिश्ते को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
दोनों के बीच प्यार इतना गहरा था कि परिवार वालों के खिलाफ जाकर आखिरकार 15 अगस्त को स्वप्ना और प्रियंका ने मंदिर में शादी कर ली। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शादी के बाद से उन्हें विभिन्न जगहों से फोन आ रहे हैं। दोनों पर इस रिश्ते को खत्म करने का दबाव बनाया जा रहा है। वहीं, दो युवतियों ने कहा कि वे एक दूसरे के बिना नहीं रह सकतीं है।