कूचबिहार, 29 मई (नि.सं.)। तृणमूल कांग्रेस सरकार ने राज्य में ‘लक्ष्मी भंडार’ योजना को लागू किया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से राज्य के हर परिवार की महिला को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से ‘लक्ष्मी भंडार’ शुरू की गयी है। यानी घर की महिला प्रमुख के खाते में 500 या 1000 रुपये दिये जा रहे है। लेकिन कूचबिहार के माथाभांगा में लक्ष्मी भंडार के रूपये को लेकर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक महिला के खाते में लक्ष्मी भंडार के रूपये घुसने के साथ-साथ उसके पति के खाते में भी लक्ष्मी भंडार के रूपये घुसे है।
बताया गया है कि माथाभांगा 1 नंबर ब्लॉक अंतर्गत भेरभेरी मनाबाड़ी गांव के निवासी अब्दुल कादर पेशे से टोटो चालक है। उन्होंने डेढ़ साल पहले अपना बैंक खाता खोला था। इसके बाद जब वह पासबुक अपडेट कराने गया गये तो देखा कि उनके खाते में लक्ष्मी भंडार का 7 हजार रूपया घुसा है। अब्दुल कादर ने कहा कि उनके खाते में सात महीने से 1 हजार रुपये घुस रहे है।
उन्होंने वह रूपयों को निकाला भी है। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी भंडार का रूपये उनके खाते में कैसे आ रहा है। इस बारे में उन्हें कुछ नहीं मालूम। इस संबंध में पचागढ़ ग्राम पंचायत के प्रधान उदय सरकार ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि एक व्यक्ति को लक्ष्मी भंडार के रूपये कैसे मिल रहे हैं। इसकी जांच की जाएगी। साथ ही इसके खिलाफ कार्रवाई की भी जाएगी।