सिलीगुड़ी, 23 मार्च (नि.सं.)। इंडोनेशिया से वापस आकर सिलीगुड़ी में एक डॉक्टर अपने चेंबर चला रहे थे।विदेश से वापस आने के बाद वह डॉक्टर ने खुद को कोरोना वायरस है या नहीं इसका पता लगाने के लिए होम क्वॉरेंटाइन में नहीं गये है।
इसी तरीके का कुछ आरोप सिलीगुड़ी के एक डॉक्टर पर स्थानीय कुछ लोगों ने लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार गत 19 मार्च को उक्त डॉक्टर इंडोनेशिया से स्वदेश लौटे।इसके बाद सोमवार को वह सोमवार को सिलीगुड़ी के अस्पताल मोड़ के पास अपनी चेंबर में मरीजों को देख रहे थे।यह खबर स्वयंसेवी संस्थाओं व स्थानीय लोगों के पास पहुंचने के बाद वे लोग डॉक्टर के चेंबर में गये।डॉक्टर को जल्द से जल्द होम कोयारांटिन में जाने की बात कही। स्थानीय व्यवसायियों ने भी क्षोभ देख गया।
स्वयंसेवी प्रदीप नंदी ने कहा कि किसी एक व्यक्ति से पता चला कि डाॅक्टर विदेश से लौट कर मरीजों को देख रहा है। यह सही नहीं है। दूसरी ओर, डाॅक्टर ने पत्रकारों से बातचीत करने हुए कहा कि “मैं स्क्रीनिंग के लिए आया हूं।” लेकिन यह नहीं पता था कि रोगी को देखे बिना होम कोयारांटिन रहना है यह पता नहीं था। उल्टे उन्हें कहा कि डॉक्टरों को चैंबर बंद करना चाहिए। क्योंकि यहां मरीजों की भीड़ है। राज्य सरकार को इस मामले को देखना चाहिए।