सिलीगुड़ी,16 जनवरी (नि.सं.)।लंबे समय के बाद दो नाबालिगा अपने परिवार के पास वापस लौटी हैै।बताया गया है कि 2016 में पोकाईजोत के निवासी शानू दास बीमार होे गये थे। इसके बाद उन्हें मेडिकल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।उस दौरान उन्होंने अपने चार बच्चों को अपनी बहन के घर पर रखे थे।
वहां से 2 नाबालिगा किसी तरह से जलपाईगुड़ी के होम चली गयी थी। शानू दास स्वस्थ होकर उक्त होम में अपनी बेटियों से मिल कर आये थे। इसके बाद होम से एक नाबालिगा को एक परिवार के पास बेच दिया गया था। बाद में सीआईडी ने घटना की जांच शुरू की और जलपाईगुड़ी में उक्त होम से बाल तस्करी की घटना को प्रकाश में लाया।कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। साथ ही दो नाबालिगा को उद्धार भी किया गया था।
बाद में दार्जिलिंग डिस्ट्रिक्ट लीगल एड फोरम के सहयोग से शानू दास दो लड़कियों को वापस लेने के लिए कोलकाता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद दोनों नाबालिगाों को उद्धार कर सेफ कस्टडी में रखा गया। आखिरकार शुक्रवार को जिलाशासक के कार्यालय में डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन अधिकारी की उपस्थिति में शानू दास को उनकी दो बेटियों को सौंपा गया।
दार्जिलिंग डिस्ट्रिक्ट लीगल एड फोरम के अध्यक्ष अमित सरकार ने आज सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब में एक पत्रकार सम्मेलन कर इसकी जानकारी दी। इतने सालों के बाद शानू दास ने दोनों लड़कियों को एक साथ पाकर लीगल एड फोरम को धन्यवाद किया।