सिलीगुड़ी,11 नवंबर (नि.सं.)। महानंदा घाट के परिदर्शन पर पहुंचे सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक अशोक भट्टाचार्य को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है। उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी नगर निगम के तरफ से महानंदा नदी के किनारों के सौंदर्यीकरण का काम शुरू किया गया है। घाट के सौंदर्यीकरण का कार्य अंतिम चरण में है। लेकिन अब यह लोगों के समस्या का कारन बन गया है। वहीं, हाईकोर्ट ने दुर्गा व काली पूजा बिसर्जन के लिए दिशा निर्देश जारी कर चुकी है। छठ पूजा को लेकर भी गाइड लाइन दिए गए है। लेकिन इस बीच महानंदा नदी के किनारों के सौंदर्यीकरण से छठ करने वालों में समस्या उतपन्न हो गयी है। इसका एक कारन महानंदा नदी के किनारों का रेलिंग से घेरा जाना है।क्योकि रेलिंग से घेरे जाने के बाद नदी में उतरना संभव नहीं है।
इसे लेकर अशोक भट्टाचार्य को ज्ञापन भी सौंपा गया लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला है। इधर बुधवार को महानंदा घाट के परिदर्शन पर पहुंचे सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक अशोक भट्टाचार्य को इस कारन स्थानीय लोगों का विरोध का सामना करना पड़ा। वहीं, घटना के कुछ समय बाद ही विपक्षी दल नेता रंजन सरकार ने भी महानंदा छठ घाट का दौरा किया। इस दौरान छठ करने वालों की सुविधा के लिए सौंदर्यीकरण कार्य को स्थगित कर रेलिंग खोलने का अनुरोध किया। दूसरी तरफ घाट में मौजूद एसजेडीए के डिप्टी चेयरमैन नांटू पाल ने भी नगर निगम के इस कार्य की कड़ी निंदा किया। हालांकि, सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक अशोक भट्टाचार्य ने स्पष्ट कर दिया है कि ग्रीन बेंच के फैसले के अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।