सिलीगुड़ी, 8 दिसंबर (नि.सं.)। सोमवार को उत्तरकन्या अभियान के दौरान गाजोलडोबा के मंतादारी के निवासी उलेन राय की मौत हो गयी थी। उलेन राय की मौत के बाद से राज्य की राजनीति काफी गर्म हो गयी है।
भाजपा सांसद से लेकर केंद्र और राज्य के नेताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ आवाज बुंलद की है। वहीं, पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के अनुसार शाॅटगन के गोली से उलेन राय की मौत हुई है। राज्य पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि पुलिस द्वारा शाॅटगन का इस्तेमाल नहीं किया गया। तृणमूल का कहना है कि उक्त शाॅटगन भाजपा के पास थी। इधर, उलेन राय की मौतकी खबर से उसका पूरा परिवार टूट चुका है।
बताया गया है कि उलेन राय अपनी पत्नी और तीन बच्चों से साथ रहता था। तीनों बच्चे स्कूल में पढ़ते है। पिता की मौत की खबर सुनने के बाद उसके आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा। आज सुबह राजू बिष्ट, निशीथ प्रमाणिक, जयंत राय और अन्य सांसदों और भाजपा नेता उलेन राय के घर वालों से मिलने पहुंचे।
उलेन राय की पत्नी मालती देवी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनके पति पंचायत बनना चाहते थे।वह दो बेटों को नौकरी दिलवाना चाहते थे। इसलिए अब मुझे नौकरी चाहिए , नौकरी चाहिए। मुझे और कुछ नहीं चाहिए। दूसरी ओर, मंत्री गौतम देव ने कहा कि राज्य सरकार सहानुभूतिशील है। मैं उस परिवार से मिलना चाहता हूं।मैं उन्हें एक संदेश भेजूंगा। अगर वे लोग चाहते है तो मैं कुछ दिनों में उनसे मिलने जाऊंगा। साथ ही उनकी बातों को भी सुनूंगा।