राजगंज,14 अप्रैल (नि.सं.)। लॉकडाउन के कारण गाजोलडोबा के टाकीमारी चढ़ के सब्जी व्यवसायियों के माथे पर चिंता की लकीर देख रही है।चिंता का कारण यह है कि लॉकडाउन के कारण व्यवसायियों को उनके सामान का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। व्यवसायियों के सब्जी उचित मूल्य नहीं मिल पाने के कारण बहुत सारी सब्जी जमीन पर पड़ी- पड़ी नष्ट हो रही है।
पिछले वर्ष व्यवसायियों को झींगा और खीरा के व्यवसाय में काफी मुनाफा हुआ था, लेकिन इस वर्ष मुनाफा तो दूर लागत भी उठाना मुश्किल हो रहा है। लॉकडाउन के कारण सब्जियों का उचित मूल्य नहीं मिल पाने के कारण व्यवसायियों के माथे पर चिंता है कि आगामी दिन में उन लोगों का परिवार कैसे चलेगा और जो कर्जदारों से पैसा लेकर व्यवसायी किया गया था। उन कर्जदारों को पैसा कैसे वापस किया जाएगा। सब्जी विक्रेता मातिल दास ने कहा कि इस बार फसल अच्छी हुई ,लेकिन लॉकडाउन के कारण सब्जियों का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।
लॉकडाउन के कारण बाजार में क्रेताओं की भीड़ नहीं है।जिसके कारण मांग इस बार काफी कम है।पिछले वर्ष बाजार में सब्जियों का मूल्य 25 से लेकर 30 रूपये की दर से बिक्री हुई थी।इस वर्ष बाजार में सब्जी 3 से 4 रूपये की दर से बिक्री हो रही है।बाजार में सब्जियों की मांग नहीं होने के कारण उचित मूल्य नही मिल पा रहा है।जिसको लेकर सभी सब्जी व्यवसायी चिंतित है।