सिलीगुड़ी, 9 मई (नि.सं.)।सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन के प्रधान नगर थाना के आईसी शुभाशीष चाकी ने आज एक बैठक है। इस दौरान उन्होंने थाना अंतर्गत सभी गैर सरकारी अस्पताल के प्रबंधन को कड़ा निर्देश दिये है। आईसी शुभाशीष चाकी ने गैर सरकारी अस्पताल को स्पष्ट रूप से कहा है कि इस महामारी के दौर में सभी को एक दूसरे का हाथ पकड़ कर काम करना होगा। तभी हर कोई इस महामारी से बाहर निकल पायेेंगे।
लेकिन वर्तमान समय में कोरोना वायरस की दूसरी लहर एक सुनामी की तरह पूरे देश में कहर बरपा रही है और पाॅजिटिव मामलों की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही थाना अंतर्गत निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीज और उनके परिवारों के लिए विभिन्न समस्याएं प्रकार के समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है।मरीज के परिजनों द्वारा अस्पतालों के खिलाफ थाने में विभिन्न शिकायतें दर्ज की जा रही है।
आईसी शुभाशीष चाकी ने आज की बैठक में उपस्थित सभी अस्पताल प्रबंधन के प्रतिनिधियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इस महामारी के दौरान निजी सरकारी अस्पताल के प्रतिनिधि को कोरोना संक्रमित रोगी की मदद करनी होगी।पैसे के लिए किसी का भी इलाज रूकना नही चाहिए।बार-बार मरीज के परिवार वाले अस्पताल के बिल को लेकर हंगामा कर रहे है। इसलिए अस्पताल प्रबंधन जितनी जल्दी हो बिल के समस्या का समाधान करें और मरीज के चिकित्सा का बिल एक सीमित पैमाने पर रखें। इसके अलावा, प्रशासन के निर्देशों के अनुसार थाना अंतर्गत सभी निजी अस्पतालों में कितने बेड है और कितने बेड पर मरीज है। साथ ही कितने बेड खाली है। इसको प्रतिदिन अस्पताल के बाहर डिस्प्ले पर दिखाना होगा।
आईसी ने आज इस बैठ के दौरान जिन जिन गैर सरकारी अस्पताल के खिलाफ लगातार शिकायते आ रही है,उन अस्पताल प्रबंधन के प्रतिनिधि को कड़ी फटकार भी लगाई।
आईसी ने अस्पताल प्रबंधन के प्रतिनिधि को स्पष्ट रूप से सूचित किया कि इस महामारी अब अगर किसी भी मरीज के परिवार ने किसी भी अस्पताल के खिलाफ अभद्र व्यवहार,बेड या किसी भी तरह की समस्या के बारे में शिकायत की तो प्रधान नगर पुलिस उस अस्पताल के खिलाफ सख्त कारवाई करने के लिए बाध्य होगी।
आज प्रधान नगर थाना के आईसी शुभाशीष चाकी ने थाना अंतर्गत सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि और कुछ जनप्रतिनिधियों को लेकर एक बैठक की।इस बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने प्रधान नगर स्थित कुछ अस्पताल प्रबंधन के काम काज को लेकर सवाल उठाए।
बैठ के अंत में आईसी शुभाशीष चाकी ने निजी सरकारी अस्पताल के प्रतिनिधि को जो स्वास्थ्य विभाग का नियम है और जो निर्देश प्रशासन की तरफ से जारी की गई है। अस्पताल प्रबंधन को उन सभी निर्देश को मानते हुए काम करना होगा। इसके अलावा, अस्पताल प्रबंधन को किसी तरह की कोई समस्या होती है तो पुलिस उन लोगोें की भी समस्या के समाधान के लिए मौजुद रहेगी।