अलीपुरद्वार, 23 अगस्त (नि.सं.)। वन विभाग ने देश के अन्यतम दीर्घजीवी रॉयल बंगाल टाइगर ‘राजा’ का जन्मदिन मनाया। रॉयल बंगाल टाइगर राजा का आज 25 साल पूरा हुआ है। वह डुआर्स के दक्षिण खयेरबाड़ी पुनर्वास केंद्र में रहता है।
इस दिन को यादगार बनाने के लिए वन विभाग ने कई योजनाएं बनाई थीं, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने सभी योजनाओं पर पानी फेर दिया है। इसलिए वन विभाग वर्चुअल ‘राजा’ का जन्मदिन मना रहा है। इस उपलक्ष्य में पूरे देश में बाघ संरक्षण पर एक ऑनलाइन कुइज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है। लेकिन यह ‘राजा’ कौन है? उसका जन्म चिड़ियाघर या कैद में नहीं हुआ है।
दरअसल वह सुंदरवन का रॉयल बंगाल टाइगर है। 2008 में सुंदरवन में मतला नदी पार करते समय मगरमच्छ ने राजा के बाएं पैर के लगभग आधे हिस्से को खरोंच दिया था। घायल बाघ को जलदापाड़ा वन विभाग के दक्षिण खयेरबाड़ी स्थित बाघ पुनर्वास केंद्र लाया गया।
कुछ महीनों के बाद राजा को एक नया जीवन मिला। तब से वह दक्षिण खयेरबाड़ी बाघ पुनर्वास केंद्र में रह रहा हैं। इससे पहले सर्कस से 19 रॉयल बंगाल टाइगर जब्त कर यहां लगाया गया था, लेकिन ये सभी अपनी उम्र के कारण एक-एक करके दुनिया छोड़ चुके हैं। हालांकि, अभी भी राजा बेताज बादशाह जैसे जंगलों में रह रहा है।