सिलीगुड़ी, 24 अगस्त (नि.सं.)।कोरोना के जंग में स्वास्थ्यकर्मियों का एक बड़ा योगदान है। स्वास्थ्यकर्मी कंटनमेंट जोन से लेकर कोरोना पीड़ितों के घरों में सर्वेे कर रहे है। लेकिन सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके के कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों को अभी तक जुलाई महीने का वेतन नहीं मिला है।
इस लिये सैकड़ों स्वास्थ्य कर्मचारियों को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए मजबूर होना पड़ा है। आज दार्जिलिंग जिला स्वास्थ्यकर्मी यूनियन ने बकाया वेतन की मांग समेत कई मांगोें के समर्थन मेें नगर निगम के सामने विरोध प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य कर्मियों ने धमकी देते हुए कहा कि अगर उन्हें अगले 7 दिनों के भीतर वेतन नहीं मिला तो वह काम बंद कर देंगे।
संगठन की सचिव शेफाली भट्टाचार्य ने कहा कि हम कोरोना के समय से लोगों के घरों में जाकर सर्वे कर रहे हैं। इसके बावजूद वेतन नहीं मिला है। उनका वेतन 3125 रूपये है। वो भी बकाया है। इसके अलावा कोरोना के लिये जो भत्ता देने की बात थी वह भत्ता भी नहीं मिला है। उनका कहना है कि यदि जल्द से जल्द उन्हें वेतन नहीं दिया गया तो वे लोग कोरोना का काम बंद कर आंदोलन करेंगे।
इस संबंध में दार्जिलिंग जिला तृणमूल अध्यक्ष रंजन सरकार ने कहा कि हम स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के पक्ष में हैं। नगर निगग में उनके वेतन के रूपये आ गये है। लेकिन वह रूपये नहीं दिये जा रहे है। जिसके कारण आर्थिक संकट पैदा हो रहा है।नगर निगम के प्रशासक मंडली पूरी तरह से विफल है।
वहीं, प्रशासक मंडली के सदस्य शंकर घोष ने कहा कि रंजन सरकार ने प्रशासक मंडली को नीचा दिखाने के लिये किसी मुद्दे पर गौर किए बिना ही टिप्पणी कर रहे है। बकाया वेतन के संबंध में सुडा के अधिकारियों से संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से स्वास्थ्यकर्मी काम कर रहे है, उसी तरह उनकी मांग भी जायज है।