सिलीगुड़ी,05 जुलाई (नि.सं.)। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए समन्वय की आवश्यकता है। इसी समन्वय की कमी के कारण शहर में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। ऐसे ही आरोप सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक मंडली के सदस्य शंकर घोष ने की है।
शंकर घोष ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के स्वास्थ्य अधिकारी से लेकर प्रभारी मंत्री केवल व्यक्तिगत बैठकें कर रहे हैं। जिसके चलते शहर में कोरोना मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सभी को समन्वय की कमी को जल्द से जल्द दूर करके कोरोना के युद्ध में शामिल होना चाहिए।
शंकर घोष ने कहा कि राज्य सरकार की घोषणा के अनुसार निजी नर्सिंग होमों में कोरोना का इलाज करने को कहा गया है, लेकिन इसके बावजूद कोई भी नर्सिंग होमों में कोरोना का इलाज नहीं किया जा रहा है। इसी वजह से शहर के लोगों को काफी समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से जल्द ही इस विषय पर नजर रखने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि रेंडम टेस्ट की आवश्यकता है, अगर सरकार ने जल्द ही इस टेस्ट पर ध्यान नहीं दिया, तो भविष्य में शहर खतरे में पड़ जाएगा।