गाजोलडोबा, 22 मई (नि.सं.)। राजगंज ब्लॉक के गाजोलडोबा के टाकीमारी के धदिया बालुर चर इलाके में हाथी के हमले में दो युवकों की मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई है।
बताया जा रहा है कि मंतादारी ग्राम पंचायत के टाकीमारी गांव में गुरुवार तड़के एक समारोह से घर लौटते समय छह लोगों का एक समूह जंगली हाथी के सामने आ गया। अपनी आंखों के सामने हाथी का उत्पात देख चार लोग तो किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन दो युवक तुषार दास और नारायण दास की मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की घोर लापरवाही के कारण दोनों युवकों की मौत हुई है। कुछ दिन पहले ही इसी क्षेत्र में हाथी के हमले में राजेश उरांव नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। एक सप्ताह के भीतर दूसरी मौत से स्थानीय लोगों में गुस्सा है। घटना की सूचना मिलने पर भोरेर आलो थाना और गाजोलडोबा चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि, वन विभाग के अधिकारी काफी देर बाद मौके पर पहुंचे। दोनों युवकों के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस पूरी घटना से क्षेत्र में शोक की छाया छा गई है।
इस संबंध में बैकुंठपुर वन विभाग के एडीएफओ राजीव लामा ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। मैंने परिवार और स्थानीय लोगों से बात की है। उन्होंने क्विक रिस्पॉन्स टीम और बाड़ लगाने की मांग की है। ग्रामीणों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा के बाद पहल की जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।