नक्सलबाड़ी, 13 दिसंबर(नि.सं)। दो दिन पहले चाय पत्ती तोड़ने के दौरान वन्यप्राणी के हमले में एक चाय श्रमिक घायल हो गया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और सुरक्षा के अभाव में चाय पत्ती तोड़ने का काम पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इसी के विरोध में चाय श्रमिकों ने नक्सलबाड़ी के पानीघाटा वन विभाग अंतर्गत कलाबाड़ी रेंज कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार, जंगल से सटे जाबरा डिवीजन में पिछले कुछ दिनों से लगातार वन्य प्राणियों की आवाजाही देखी जा रही है। चाय बागानों में जंगली सूअरों के हमले में कई श्रमिक घायल हुए है। इसके साथ ही इलाके में तेंदुए की मौजूदगी से भी श्रमिकों में भय बना हुआ है। इसी कारण जाबरा चाय बागान के श्रमिकों ने पानीघाटा रेंज के कलाबाड़ी बीट कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिकों का आरोप है कि हाथी, तेंदुआ और जंगली सूअर के हमलों में अब तक कई चाय श्रमिक घायल हो चुके हैं। वहीं, वन्य प्राणी गाय और बकरियों को भी उठा ले जा रहे है। श्रमिकों ने वन विभाग से तुरंत ठोस कदम उठाने की मांग की है।
इस संबंध में मनिराम ग्राम पंचायत के उपप्रधान ने कहा कि इलाके में तत्काल पिंजरे लगाने की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में किसी चाय श्रमिक पर हमला हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
वहीं, पानीघाटा वन विभाग के रेंजर प्रमोद कुमार दास ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई है और जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। वन विभाग की ओर से श्रमिकों को सुरक्षा का भरोसा भी दिया गया है।
