बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ममता बनर्जी के पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी अब अपनी पुरानी पार्टी में लौटने की कोशिश में हैं। आज उन्होंने फिर से पलटी मारी हैं। आज राजीव बनर्जी भाजपा की कार्यकारिणी बैठक में शामिलत नहीं हुए थे।
इसके बाद फेसबुक पोस्ट कर पार्टी की नीतियों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि जीती हुई सरकार की आलोचना करना ठीक नहीं है। हम सभी को राजनीति से ऊपर उठकर कोविड और यास चक्रवाती तूफान के प्रभावित बंगाल की जनता के साथ खड़ा होना चाहिए। राजीव बनर्जी के करीबी नेताओं का कहना है कि राजीव ने अपने भाषण में कट्टरपंथी हिंदुत्व की बात नहीं करते थे।
वह ज्यादातर डबल इंजन सरकार, विकास, रोजगार की बात ज्यादा करते थे। उन्होंने इसका विरोध किया था, लेकिन पार्टी ने उनकी एक नहीं सुनी। ववह इस बात से नाखुश हैं कि भाजपा नेतृत्व चुनाव हारने के बाद भी अपनी नीति नहीं बदल रहा है। बंगाल में एक निर्वाचित सरकार है, लेकिन फिर से धारा 356 का बार-बार भय दिखाया जा रहा है। जबकि इस समय उन्हें कोविड और यास चक्रवाती तूफान के राहत पर ध्यान देना चाहिए।
राजीव बनर्जी के इस पोस्ट के बाद राजनीतिक खमों में आलोचना शुरू हो गयी है। तो क्या वो भाजपा छोड़ रहे हैं? ऐसा सवाल खड़ा हो रहा हैै। हालांकि, राजीव बनर्जी ने अभी तक इस बारे में कुछ नहीं कहा है।