पूरा देश कोरोना वायरस से जूझ रही है। अब इसका असर कुमारटोली में भी दिखने लगा है। मालूम हो कि बंगाल में पुरे वर्ष भिभिन्न त्यौहार मनाया जाता है। इसी कारण कुमारटोली में भी पुरे वर्ष प्रतिमा निर्माण कार्य चलता रहता है। लेकिन इस साल तस्वीर कुछ अलग है। कोरोना वायरस के चलते लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे है। इतना ही नहीं, एक जगह लोगों के इकठ्ठे होने पर भी प्रतिबंध है। कहावत है कि बंगाली बारह महीनों में तेरह त्यौहार मानती है, लेकिन हाल की स्थिति को देखे तो यह कहावत सिर्फ कहावत बनकर रह गयी है।
हर वर्ष इस समय दुर्गा पूजा की मूर्तियों के निर्माण के लिए कुमारटोली में बुकिंग शुरू हो जाती थी। पर इस बार दुर्गापुजा के अलावा अन्य कोई भी पूजा की मूर्ति की बुकिंग नहीं हुई है। जहां पहले कुमारटोली में प्रतिमाओं का कतार लगा रहता था, इस वर्ष तस्वीर ठीक इससे उलट है। मूर्तिकारों ने कहा कि उन्हें पिछले तीन महीनों से कोई भी ऑर्डर नहीं मिला है।
परिणामस्वरूप वे लोग आर्थिक तंगी से गुजर रहे है।जिसके चलते वे लोग बेहद चिंतित हैं। दुर्गापूजा बंगालियों का सबसे बड़ा त्योहार है। प्रतिमा निर्माण के लिए कई ऑर्डर मिलते थे पर अब आज स्थिति कुछ और ही है।