सिलीगुड़ी, 01 नवंबर (नि.सं.)। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ढ़ेड साल के कार्यकाल में पहली बार दार्जिलिंग राज्य भवन के लिए आज सिलीगुड़ी से रवाना हुए। वहीं, दार्जिलिंग राज्य भवन जाने से पहले सिलीगुड़ी के सर्किट हाउस में पत्रकारों के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोई कितना भी बड़ा क्यों ना हो लेकिन संविधान से बड़ा नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी वांटेड से एक आम आदमी मिलता है, तो वह गलती मानी जा सकती है। लेकिन एक संवैधानिक पद पर मौजूद अधिकारी वांटेड से मिलता है तो वह गलती नहीं हो सकती है। उन्होंने यह कटाक्ष राज्य सरकार और बिमल गुरुंग के बीच हुए समझौते पर किया है। वहीं, उन्होंने फिर एक बार गोरखालैंड के मुद्दे पर कहा कि भारतीय संविधान में सभी समस्या का समाधान है। जब राम मंदिर और धारा 370 जैसे मामले का समाधान हो सकता है तो गोरखालैंड का समाधान मुमकिन है।
वहीं, राज्यपाल ने दार्जिलिंग के डीएम और एसपी को जनता के हित में काम करने की सलाह दी है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरीके से चौपट हो गयी है। हिंसा की घटनाएं बढ़ रही है। अलकायदा जैसी आतंकी संगठन राज्य में धीरे-धीरे पांव फैला रही है। लेकिन राज्य के इंटेलिजेंस ब्यूरो और बड़े अधिकारी हाथ पर हाथ रखकर बैठे है।
वहीं, दूसरी तरफ राज्यपाल ने केंद्र सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि 2014 में भारत में एक नया इतिहास की शुरूआत हुई। जिसमें एक पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई और फिर 2019 में भी वहीं कारनामा फिर से दोबारा दोहराया गया।