सिलीगुड़ी, 7 जून (नि.सं.)। जूता के नीचे सोल में विशेष जगह बनाकर सोना तस्करी की जा रही थी। लेकिन डीआरआई की टीम ने तस्करों के मंसूबे पर पानी फेरते हुए करोड़ों रुपए के सोने के साथ 2 तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के नाम सोनाउल्ला सिकदर (34) और दिवाकर दास (46) है। सोनाउल्ला असम का और दिवाकर बिहार के कटिहार का निवासी बताया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार गुप्त सूत्रों के आधार पर डीआरआई की टीम ने तूफानगंज अंतर्गत 17 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के रायडाक पुल के पास अभियान चलाया। इस दौरान सोनाउल्ला सिकदार अपने पिता को लेकर बाइक से जा रहा था। तभी संदेह के आधार पर डीआरआई की टीम ने बाइक को रोक कर तलाशी ली।
इस दौरान सोनाउल्ला सिकदर के दोनों पांव के जूते के सोल में बने विशेष चेंबर से कुल 16 पीस सोना का बिस्कुट बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान सोनाउल्ला सिकदर ने दिवाकर दास के बारे में बताया। उसने कहा कि दिवाकर ट्रेन के जरिये सोना का एक पीस सैंपल लेकर दलखोला जा रहा है। इसके बाद डीआरआई की टीम ने प्राप्त जानकारी के आधार पर बीते कल एनजेपी रेलवे स्टेशन पर डिब्रूगढ़ -दिल्ली राजधानी ट्रेन में अभियान चलाते हुए दिवाकर दास की तलाशी ली। इस दौरान उसके पास से एक पीस सोना बरामद किया गया।
डीआरआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोना तस्करी का मेन मास्टर माइंड दिवाकर दास है। आरोपियों के पास से कुल 17 पीस सोना बरामद किया गया है। जब्त सोना का कुल वजन 2 किलो 481.500 ग्राम है। जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 1 करोड़ 48 लाख से ज्यादा आंकी गयी है। डीआरआई के अनुसार यह सोना बांग्लादेश से भारत में असम के रास्ते लाया गया था।
इसके बाद दलखोला में इसकी डिलीवरी होनी थी। लेकिन इससे पहले आरोपियों को पकड़ लिया गया। इधर, बचाव पक्ष के वकील आकाश दीप शील ने अपने मुवकील को निर्दोष बताया है। फिलहाल, सोना तस्करी के आरोप के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आज सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में रखने का निर्देश दिया गया है।