मयनागुड़ी,18जुलाई (नि.सं.)। जलपेश ट्रस्टी बोर्ड ने कोरोना में श्रावणी मेला को बंद करने का फैसला किया है। हालांकि,कोविड नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं के लिए जलपेश मंदिर को खुला रखा गया है।
उत्तर बंगाल के ऐतिहासिक और प्राचीन जलपेश मंदिर में साल के विभिन्न समय में कई मेलों का आयोजन किया जाता है। इन्हीं में से एक है श्रावणी मेला। श्रावण मास की पूर्ण तिथि में मेला का शुभारंभ होता है। जलपेश मेले में हर साल लाखों लोगों की आगमन होती है। इतना ही नहीं इस मेले में पड़ोसी राज्यों के अलावा अन्य देशों से भी श्रद्धालु पहुंचते है। हालांकि, इस साल की तस्वीर बिल्कुल अलग है।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच श्रावणी मेला को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया गया है, लेकिन जलपेश ट्रस्टी बोर्ड ने मंदिर को भक्तों के लिए खुला रखने का फैसला किया है। हालांकि, मेला बंद होने से कई व्यवसासी समस्या में पड़ गये है। कई व्यवसायी जो अपना परिवार चलाने के लिए इस मंदिर पर निर्भर हैं। वह अब हालात सामान्य होने की उम्मीद देख रहे है।
जलपेश ट्रस्टी बोर्ड के सचिव गिरिंद्रनाथ देव ने कहा कि इस साल श्रावणी मेला को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया गया है। लेकिन कोरोना नियमों को मानकर श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खुला रहेगा। कोरोना की भयावहता को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।