सिलीगुड़ी, 26 मई (नि.सं.)। कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन किया गया। इस लॉकडाउन में बाजार और दुकानें खोलने की समय सीमा तय की गई है। हालांकि, लॉकडाउन के चलते शहर की सड़कों के किनारे छोटी-छोटी ठेलागाड़ियों में व्यवसा कर रहे फास्ट फूड व्यवसायियों को परेशानी हो रही है। खासकर फुचका व्यवसायी काफी समस्या में अपना दिन गुजार रहे है।
पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान कई लोगों ने दो वक्त के भोजन के लिये अपना पेशा बदला था। इस बार भी लाॅकडाउन के कारण सिलीगुड़ी के मजदूर कॉलोनी, मातंगी कॉलोनी और हैदर कॉलोनी के 70 फुचका व्यवसायियों ने अपना पेशा बदल लिया है। वे लोग पूरा साल इसी फुचका व्यवसा के भरोसे अपना परिवार चलाते थे, लेकिन लॉकडाउन में अब वह कारोबार बंद हो गया है।
जिसके चलते वे लोग अब अपना परिवार चलाने के लिये फुचका के ठेले में फल लेकर बेच रहे है। कई लोगने कहा कि इतने कम समय में फल बेचकर वे इतना मुनाफा नहीं कमा पा रहे हैं।
इस लिये उन लोगों को अभी भी अपना परिवार को चलाने के सोचना पड़ रहा है। अब हर कोई उम्मीद कर रहा है कि यह महामारी कब खत्म होगी और कब वे लोग सामान्य स्थिति में फिर से लौटेंगे।