सिलीगुड़ी,10 नवंबर (नि.सं.)। मिट्टी के दीये की मांग कम होने की वजह से राजगंज के कुम्हारों ने अपना पेशा बदल लिया है। वे लोग अब श्रमिक का काम करते है।राजगंज के सुखानी ग्राम पंचायत में कैमरी में लगभग 20 परिवार कुम्हार का काम करते थे।
वे लोग मिट्टी के दीये समेत मिट्टी से विभिन्न चीजें बनाते थे। लेकिन वर्तमान समय में मिट्टी के सामानों की मांग धीरे-धीरे कम होने के कारण उन लोगों ने अपना पेशा बदल दिया है। उन्होंने कहा कि अभी पहले की तरह मिट्टी नहीं मिलता है। वहीं, दूसरी ओर बाजारों में चाइनीज लाइटों उपलब्ध होने के कारण मिट्टी के दीयों सहित मिट्टी से बने विभिन्न सामानों की मांग कम हो गयी है।
इसलिए वह लोग अपना पेशा बदलकर श्रमिक के काम करते है।कुछ लोग अपने पेशे को बनाये रखने के लिये शहर से मिट्टी के दीये और कुछ आवश्यक वस्तुएं लाकर बाजार में बेच रहे है। उन्होंने कहा कि अगर मिट्टी के सामानों की मांग बढ़ती है तो वे अपने पुराने पेशे में लौट सकते हैं।