सिलीगुड़ी, 26 अप्रैल (नि.सं.)। NAAC की पिछली रिपोर्ट में उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय की गुणवत्ता खराब होने पर विश्वविद्यालय की गुणवत्ता में सुधार के लिए विश्वविद्यालय ने तीन सदस्यीय विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया है।
विश्वविद्यालय की तीन सदस्यीय विशेषज्ञ कमेटी ने बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलपति और विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मुलाकात की।
अगले तीन दिनों में यह विशेषज्ञ कमेटी विवि के विभिन्न विभागों और प्रोफेसरों समेत विभिन्न विषयों पर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
इस विशेषज्ञ कमेटी में यूजीसी के पूर्व सचिव आरके चौहान, पंजाब की चितकारा यूनिवर्सिटी के निदेशक केके मिश्रा, हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर बीरबाला अग्रवाल शामिल है।
आरके चौहान ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह देखा जाएगा कि कोविड के बाद विश्वविद्यालय की गुणवत्ता में कमी आई है या नहीं। मुख्य रूप से सात मुद्दों पर जोर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय की कमियों को उजागर करते हुए एक रिपोर्ट विश्वविद्यालय को दी जाएगी। दरअसल 2022 में NAAC की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय का ग्रेड A से गिर कर B++ हो गया है।
