राजगंज, 3 मई (नि.सं.)। राजगंज स्थित आमबाड़ी फालाकाटा पब्लिक लाइब्रेरी लंबे समय से बंद पड़ी है, जिससे बहुमूल्य पुस्तकें व दस्तावेज नष्ट होने के कगार में है। छात्र से लेकर पुस्तक प्रेमी तक संकट में पर गए है।
मालूम हो कि आमबाड़ी फालाकाटा पब्लिक लाइब्रेरी की शुरुआत 1960 में हुई थी। पुस्तकालय में बहुत सी पुस्तकें हैं। पुस्तकालय में इलाके के छात्रों सहित बड़ी संख्या में लोग आते थे, लेकिन लाइब्रेरियन व स्टाफ की कमी के कारण पुस्तकालय लंबे समय से बंद है, जिससे छात्रों व पुस्तक प्रेमियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एक स्थानीय बुजुर्ग बीरेंद्रनाथ सरकार ने कहा कि इस पुस्तकालय में बहुत सारी शैक्षिक पुस्तकें हैं। लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण पुस्तकें नष्ट होने के कगार पर हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार द्वारा फिलहाल लाइब्रेरियन न दिए जाने पर भी इलाके के एक शिक्षित बेरोजगार युवा को प्रभारी बनाया जाए। जिससे किताबें सुरक्षित रहेंगी और स्थानीय लोगों को फायदा भी होगा।
वहीं, स्थानीय स्वपन कुमार सरकार ने कहा कि समाज को शिक्षित करने में स्कूलों के अलावा पुस्तकालयों की भी बड़ी भूमिका होती है। इसलिए पुस्तकालय को तत्काल शुरू करने की जरूरत है। इससे आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को लाभ होगा।
स्थानीय निवासी व बिन्नागुड़ी ग्राम पंचायत के उप प्रधान तुषार कांति दत्त ने कहा कि लाइब्रेरियन व स्टाफ की कमी के चलते करीब छह माह से पुस्तकालय बंद है। मामले की सूचना विधायक के माध्यम से जिला पुस्तकालय अध्यक्ष को दी गई है। जल्द ही पुस्तकालय शुरू हो जाएगा।